40 लाख का सफाई का खर्चा 3 साल में पहुंचा सवा 2 करोड़ : डा. नीना सतपा




-शहर में सफाई के नाम पर नगर परिषद के खजाने की सफाई जारी

-अब यूजर चार्ज लगाकर जनता की जेब पर डाला डाका

बहादुरगढ़। नगर परिषद में शीला राठी ने जब से बतौर प्रधान चार्ज संभाला, तो उस समय नगर परिषद द्वारा प्रतिमाह सफाई के नाम पर करीब 40 लाख रुपये खर्च किए जाते थे। जो केवल 3 साल में बढक़र सवा दो करोड़ रुपये हो गए हैं। मगर इस पूरे खेल में शहर से कूड़े की कम और नगर परिषद के खजाने की अधिक सफाई हो रही है। सफार्ई व्यवस्था के नाम पर बड़ा घोटाला किया जा रहा है और इस घोटाले को चेयरपर्सन, विधायक व ठेकेदार मिलकर कर रहे हैं। यही नहीं अब नगर वासियों पर यूजर टैक्स थोपने का तुगलकी फरमान पास कर दिया गया है। यह कहना है प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष व वार्ड-30 से पार्षद डा. नीना सतपाल राठी व वार्ड-13 से पार्षद सीमा वजीर राठी का। 

बृहस्पतिवार को इस सिलसिले में एक पत्रकार का आयोजन हुआ। इसमें इसमें डा. नीना सतपाल राठी ने कहा कि नगर परिषद द्वारा अपने सफाईकर्मियों व ड्राइवरों (लगभग 50) पर करीब 5 लाख रुपये, अनुबंधित सफाईकर्मियों (लगभग 225) के वेतन पर करीब 20 लाख रुपये, सेक्टरों के सफाई ठेके पर करीब 40 लाख रुपये नालों की सफाई पर करीब 40 लाख रुपये, रात को सफाई के नाम पर करीब 40 लाख रुपये, 10 वार्डों में सफाई के नाम पर करीब 40 लाख और हर घर से कूड़ा उठाकर डंपिंग स्टेशन पर डालने के नाम पर करीब 40 लाख रुपये महीने खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि शीला राठी के प्रधान बनने से पहले 25 स्वीपर और 7 ट्रेक्टर-ट्रॉलियों के माध्यम से नगर का कूड़ा उठाकर नया गांव स्थित डंपिंग स्टेशन पर पहुंचाया 

जाता था। जिस पर प्रतिमाह सवा चार लाख रुपये खर्च होता था। लेकिन उन्होंने इस ठेके को विस्तार देते हुए लागत करीब 40 लाख पहुंचा दी। जिसमें 1 से 31 वार्ड तक घर-घर से कूड़ा उठाना भी शामिल है। अब तीन साल बाद 19 जुलाई 2019 की बैठक में प्रस्ताव संख्या-6 के अंतर्गत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल-2016 का हवाला देते हुए सभी नगर वासियों पर यूजर टैक्स थोपने का तुगलकी फरमान पास कर दिया है। डा. नीना सतपाल राठी ने कहा कि नगर परिषद के 20 पार्षदों ने 13 जुलाई 2017 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित सेक्टरों के सफाई ठेके में धांधली की शिकायत की थी। हशविप्रा ने शहर के सेक्टर-6, सेक्टर-2, सेक्टर-9 व आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में सफाई के लिए करीब 43 लाख रुपये प्रति माह की दर से जून 2016 में 3 साल के लिए वर्क अलॉट किया था। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2017 की शुरुआत में हुडा के सेक्टरों की सफाई समेत अन्य रख रखाव की जिम्मेवारी नगर परिषद को स्थानांतरित कर दी थी। तब से नगर परिषद द्वारा प्रत्येक महीने करीब 38 लाख रुपये की सफाई इस इलाके की सफाई के लिए खर्च किए जा रहे थे। इन पार्षदों में संदीप कुमार, प्रेमचंद, राममूर्ति, रविंद्र जाखड़ रवि खत्री, बिमला हुड्डा, अशोक राठी, लक्ष्मी समुंद्र सहवाग, सीमा वजीर राठी, मोनिका कपूर राठी, गुरुदेव राठी, रमिता चुघ, कांता राजेश खत्री, रमन यादव, रेखा सोनू दलाल, सतप्रकाश छिकारा, मोनिका गर्ग, नीना राठी व शशि कुमार शामिल थे। अब इनमें से ही ज्यादातर पार्षदों ने नगर परिषद में 19 जुलाई 2019 को हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव संख्या-42 पर सेक्टर-2, 6, 7 हाउसिंग बोर्ड, 9, 9-ए में साफ-सफाई व कूड़ा लिफ्टिंग का ठेका छोडऩे का प्रस्ताव पारित कर दिया। जबकि जॉब नंबर-747 के अनुसार कलेक्शन ऑफ डोर-टू-डोर सॉलिड वेस्ट इन द एरिया ऑफ म्युनिसपल काउंसिल अंडर वार्ड नंबर-1 से 31 (इंक्लुडिंग हुडा सेक्टर-2, 6, 7, हाउसिंग बोर्ड, 9, 9-ए) बहादुरग? का ठेका अगस्त 2018 में छोड़ा था। इस प्रकार एक ही एरिया के दो-दो ठेके करके जनता के धन को लूटा जा रहा है। 

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डकारी जा रही जनता की नेक कमाई

नाइट स्वीपिंग के नाम पर नगर परिषद के खजाने से हर माह करीब 40 लाख रुपये की सफाई हो रही है। इनमें ठेके में 12 सडक़ उल्लेखित हैं। जबकि इनमें से तीन-चार सडक़ों पर ही केवल 10-12 व्यक्ति ही कार्यरत हैं। वे भी कई बार कूड़ा जलाते हुए फोटो और वीडियो में कैद हो चुके हैं। यह हथकंडा केवल जनता की नेक कमाई को डकारने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। शहर के नालों की सफाई के नाम पर करीब 40 लाख रुपये प्रतिमाह का ठेका छोड़ रखा है। इसके अनुसार शहर के करीब दो दर्जन नालों की नियमित सफाई होनी चाहिए। अंदाजा हर महीने प्रत्येक नाले की सफाई हो जानी चाहिए। लेकिन हकीकत यह है कि साल में एक बार भी सभी नालों की सफाई नहीं हो पाती। इससे साफ है कि नाले नहीं बल्कि हर महीने नगर परिषद के एकाउंट की सफाई होती है। नगर परिषद ने एक से 10 वार्डों की सफाई और शहर के 31 वार्डों में एकत्र कूड़ा उठाने का ठेका अगस्त-2018 में छोड़ा था। लाइनपार के इन 10 वार्डों में जब अनेक पार्षदों ने जाकर सफाईकर्मियों की उपस्थिति जांची तो केवल 48 सफाईकर्मी ही मिले थे। जबकि इसके लिए करीब 40 लाख रुपये का भुगतान हो रहा है।नगर परिषद की 19 जुलाई 2019 को हुई बैठक प्रस्ताव संख्या-21 के अंतर्गत मैकेनिकल सफाई मशीन खरीदने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर दिया गया है जबकि अगस्त 2018 में छो?े गए सफाई ठेके के सेक्शन-3 के अनुसार सफाई मशीन लाने की जिम्मेवारी ठेकेदार की है। ऐसे में सफाई ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए यह प्रस्ताव पारित किया गया है। शहर में सार्वजनिक शौचालयों की हालत बदहाल है। लेकिन वर्तमान प्रधान के कार्यकाल में लाखों रुपए शौचालयों के किराए और लाखों रुपए अस्थाई शौचालय और मोबाइल टॉयलेट्स खरीदने पर खर्च किए जा चुके हैं। गत 19 जुलाई को हुई बैठक में प्रस्ताव संख्या 28 के अंतर्गत मोबाइल टॉयलेट 

खरीदने का प्रस्ताव पारित किया गया है, जबकि सरकारी आयोजनों में यह जिम्मेवारी पब्लिक हैल्थ की है। जबकि प्रस्ताव संख्या 52 के अंतर्गत संदिग्ध पोर्टा केबिन की अदायगी बारे प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर दिए।

शहर की जनसंख्या करीब 2 लाख पहुंच चुकी है। निर्धारित मानकों के अनुसार प्रत्येक 400 नागरिकों पर एक सफाईकर्मी होना चाहिए। ऐसे में बहादुरग? नगर में करीब 500 सफाईकर्मियों की जरूरत है, लेकिन नगर परिषद और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण वर्तमान में इनसे आधे ही कार्यरत हैं। प्रस्ताव संख्या-11 के अंतर्गत कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट के उचित निष्पादन का प्रस्ताव पास किया गया है। जबकि अगस्त 2018 में छो?े गए सफाई ठेके के सेक्शन-3 में यह ठेकेदार की जिम्मेवारी है। इतना ही नहीं ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाते हुए प्रस्ताव संख्या 20 के अंतर्गत सीएंडडी के लिए ट्रेक्टर-ट्रॉली खरीदने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। प्रस्ताव संख्या-26 के अंतर्गत मृत पशुओं को उठाने का ठेका छो?ने का प्रस्ताव 24 पार्षदों ने सर्वसम्मति से कर दिया। जबकि मृत पशुओं को उठाने का प्रावधान सफाई ठेके के सेक्शन-3 में पहले से ही है, तो फिर अलग से टैंडर केवल सफाई ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के मकसद से किया जा रहा है। बहादुरगढ़ नगर परिषद में स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर केवल घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों के सुरक्षा उपकरण व सामान के नाम पर भी केवल भ्रष्टाचार हो रहा है। सीवरेज रहित क्षेत्रों में 

सेप्टिक टैंक का निर्माण करने की बजाय उन इलाकों में सीवरेज लाइन बिछाई जाए। रैग पिकर्स को चिह्नित करके उपकरण उपलब्ध करवाने को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है। ये शहर की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं। यदि करीब दो करो? रुपए प्रतिमाह भुगतान के बाद भी ठेकेदार कू?ा सही से नहीं उठा रहा और रैग पिकर्स कार्यरत हैं, तो ठेकेदार पर क्या कार्रवाई की गई? प्रस्ताव संख्या-22 के अंतर्गत नई बॉयोमेट्रिक मशीन खरीदने का प्रस्ताव पारित हुआ है। लेकिन जब पहले सफाई कर्मचारियों की हाजरी बॉयोमेट्रिक मशीन से ही होती थी तो यह प्रक्रिया किसने और क्यों बंद की। क्या ठेकेदार के कर्मचारियों की हाजरी भी इस प्रक्रिया से होगी? क्योंकि ठेके की शर्तों के अनुसार नगर परिषद ठेकेदार के कर्मचारियों की संख्या या मशीन आदि को लेकर पूछताछ या निरीक्षण नहीं कर सकती। जबकि शीला राठी के प्रधान बनने से पहले सफाई ठेके में कर्मचारियोंं की संख्या का उल्लेख होता था। इसे भ्रष्टाचार के मकसद से ही हटाया गया। 

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सफाई की गंदी हकीकत

-निर्धारित नियम-शर्तों का पालन करने की बजाय ठेकेदार द्वारा मनमर्जी की गई। 

-टेंडर की शर्तों के अनुसार काम करवाने की जगह आंखें मूंदे बैठी नगर परिषद। 

-अनेक बाद दावा करने के बावजूद नहीं हो रहा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन।

-कूड़ा निस्तारण के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का अभाव, ब्याज खाने में व्यस्त नप।

-डस्टबिन ना के बराबर और पब्लिक टॉयलेट की हालत अब भी खस्ताहाल। 

-शहर के मुख्य बाजारों में शौचालय का अभाव, नहीं बन पाया खुले में शौच मुक्त नगर।

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जनहित की आवाज उठाती रहूंगी

प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष व पार्षद डा. नीना सतपाल राठी ने कहा कि वह जनहित को लेकर लगातार आवाज उठाती रहेंगी। इसके लिए वे चुप बैठने वाली नहीं हैं। जनता के बीच जाकर शहर में हो रहे घोटालों को लेकर लोगों को अवगत कराने का कार्य किया जाएगा। यही नहीं सफाई के नाम पर अब यूजर चार्ज लगाए जाने का विरोध उनका जारी रहेगा और इसको निरस्त कराए जाने के लिए वे लोगों के साथ मिलकर शहर में धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगी।

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ये रहे मौजूद

पत्रकार वार्ता के दौरान पार्षद सीमा राठी, पूर्व पार्षद वजीर सिंह राठी, पूर्व पार्षद हरस्वरूप शर्मा, राजू नागपाल, रोहतास मलिक, मनोज हुड्डा, राहुल लडरावन, मनीष ओमेक्स, मोंटी, प्रदीप मलिक, कांग्रेस पंचायती राज प्रकोष्ठ महासचिव सतपाल राठी, कंाग्रेस शहरी अध्यक्ष राकेश देवी हुड्डा, ग्रामीण अध्यक्ष रेखा दलाल, राखी, रविता, राजरानी, दर्शना राठी, अंगुरी, सुनील देवी, सुनीता, दर्शना समेत कई अन्य मौजूद रहे। 

--फोटो कैप्शन : नगर परिषद में सफाई घोटाले को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष व पार्षद डा. नीना सतपाल राठी व अन्य। 

 

 



 




 

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